बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 गृह विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- निम्नलिखित दागों को आप किस प्रकार छुड़ायेंगी - पान, जंग, चाय के दाग, हल्दी का दाग, स्याही का दाग, चीनी के धब्बे, कीचड़ के दाग आदि।
उत्तर -
विभिन्न प्रकार के दाग धब्बों को छुड़ाने की विधियाँ निम्न प्रकार हैं-
(1) घी, तेल, मक्खन व वार्निश के धब्बे -
(i) इन धब्बों को साबुन व गर्म जल से धोकर छुड़ाया जा सकता है। यदि वस्त्रों को धोना सम्भव न हो तो दाग वाले स्थान पर किसी अवशोषक पदार्थ जैसे फ्रैंच चाक को 15 मिनट तक रखा रहने दें। कुछ देर बाद ब्रुश में झाड़कर साफ कर दें। यदि दाग फिर भी न छूटे तो यही क्रिया पुनः दुहरायें।
(ii) चिकनाईयुक्त दाग हटाने के लिए पेट्रोल जैसे घोलक पदार्थों को भी प्रयोग किया जा सकता है।
(2) स्याही के धब्बे -
(i) वस्त्र के दाग वाले स्थान को खोलकर उस पर नमक की एक पतली पर्त बिछा दें। उसके ऊपर नींबू का रस निचोड़कर उसको कुछ देर धूप में रखा रहने दें। दाग हट जाने पर पानी से वस्त्र को धो डालें।
(ii) वस्त्र पर इंक रिमूवर (Ink remover) का प्रयोग किया जा सकता है।
(iii) स्याही के दाग पर कुछ मात्रा में दही लगाकर कुछ देर रखा रहने देने पर भी धब्बा लुप्त हो जाता है।
(iv) कच्चा दूध लगाने से भी दाग समाप्त हो जाते हैं।
(v) श्वेत सूती वस्त्र होने पर उस पर ब्लीचिंग पाउडर को भी प्रयोग किया जा सकता है।
(3) मार्किंग इंक (Marking Ink) का धब्बा - धब्बे के स्थान पर आयोडीन लगाकर उस पर सोडियम थायो सल्फेट का घोल लगायें। कई बार इस प्रक्रिया को करने से धब्बा पूर्णतः हट जाता है।
(4) प्रिंटिंग स्याही का धब्बा – प्रिंटिंग स्याही के धब्बे को कुछ देर तारपीन या मिट्टी के तेल में भिगोये रखें। कुछ देर बाद वस्त्र को साबुन लगाकर साफ कर लें।
(5) लोहे की जंग -
(i) जंग के धब्बे पर खट्टा दही, नींबू का रस व गर्म पानी मलने से धब्बा छूट जाता है।
(ii) धब्बे को पानी में भिगोकर उस पर ऑक्जेलिक अम्ल की कुछ मात्रा रगड़ें तथा कुछ देर धूप में रखा रहने दें। धब्बा यदि न छूटा तो इसी क्रिया को पुनः दुहरायें। वस्त्र साफ हो जाने पर पानी से खंगाल कर अम्लीय प्रभाव से मुक्त अवश्य कर लें।
(6) साइकिल की ग्रीस के धब्बे - रुई की किसी महीन कपड़े पर पेट्रोल, मिट्टी का तेल या बैंजीन लेकर उसे दाग वाले स्थान पर रगड़ें।
(7) आयोडीन के धब्बे -
(i) वस्त्र के दाग वाले स्थान पर सोडियम हाइपो सल्फेट का घोल लगाने से धब्बा पूर्णतः साफ हो जाता है। यह आयोडीन हाइपो सल्फेट फोटोग्राफर्स के यहाँ हाइपो नाम से मिल जाता है।
(ii) धब्बे पर स्टार्च का पेस्ट बनाकर लगायें। जब तक लगा रहने दें तब तक यह धब्बे को सोख न लें। सूखने पर ब्रुश से झाड़कर धो डालें।
(8) लिपिस्टिक का धब्बा-
(i) स्प्रिंट या एल्कोहल से दाग को स्पंज करें। दाग छूट जाने पर साबुन पानी से धोकर साफ करें। (ii) दाग को साबुन के घोल में डुबोकर उसे हल्का करें। तत्पश्चात् उस पर हाइड्रोजन परऑक्साइड या क्लोरीन की क्रिया करायें। दाग पूरी तरह साफ हो जायेगा।
(9) अण्डे का दाग-
(i) धब्बे पर नमक की पर्त बिछाकर उस पर धार बाँधकर गर्म पानी डालें। धब्बा छूट जायेगा।
(ii) अण्डे के दाग को पहले ठण्डे जल से धोयें, तत्पश्चात् इस दाग को गर्म जल व साबुन से साफ करें।
(10) पसीने के धब्बे-
(i) दाग को साफ पानी से धोकर उस पर कुछ बूँदें अमोनिया की डालें।
(ii) जेवेल वाटर, पोटेशियम परमैंगनेट या हाइड्रोजन परऑक्साइड से स्पंज करें। दाग हट जाने पर पानी में खंगाल कर इन विरंजकों को वस्त्र पर से हटा दें।
(11) फफूँदी के धब्बे-
(i) दाग पर ऑक्जेलिक अम्ल चूर्ण की कुछ मात्रा रखकर उस पर कुछ बुँदें पोटैशियम परमैंगनेट की डालें। इस मिश्रण को दाग पर मलने से धब्बा पूर्णतः हट जाता है।
(ii) सूती व लिनन वस्त्रों पर दाग पर जेवले वाटर या हाइड्रोजन परऑक्साइड आदि ब्लीज का प्रयोग भी किया जा सकता है परन्तु इन ब्लीज का प्रयोग रेशमी व ऊनी वस्त्रों पर बिल्कुल न किया जाये।
(iii) धब्बे पर साबुन का फ़ेन लगाकर उस पर फ्रेंच चॉक पाउडर रखें। धूप में कुछ देर रखा रहने दें सूख जाने पर ब्रुश से झाड़कर साफ करें। यदि वस्त्र पर अभी भी दाग़ बना रहे तो यही क्रिया पुनः दुहरायें।
(12) चाय, कॉफी व कोको के धब्बे-
(i) धब्बे पर थोड़ा-सा बोरेक्स छिड़कर गर्म पानी की धार बाँधकर डालें।
(ii) दाग पर नींबू, नमक लगाकर गर्म पानी की धार बाँधकर डालें।
(iii) यदि उपर्युक्त विधियों से भी दाग न छूट रहा हो तो सोडियम पर बोरेट या हाइड्रोजन पर ऑक्साइड के तनु घोल से दाग को साफ करें।
(13) घास के धब्बे-
(i) घास के धब्बे केवल साबुन व पानी के प्रयोग से ही छूट जाते हैं। (
ii) स्प्रिट या ऐल्कोहल लगाकर भी वस्त्र पर से दाग साफ किये जा सकते हैं।
(14) औषधियों के धब्बे -
(i) गर्म पानी में फुला देने मात्र से धब्बा दूर हो जाता है।
(ii) यदि धब्बा फिर भी न छूटे तो उसे स्प्रिट या ऐल्कोहल लगाकर छुड़ायें।
(15) खून का धब्बा-
(i) धोये जा सकने वाले वस्त्र ठण्डे पानी व साबुन से धोने पर दाग छुड़ाये जा सकते हैं।
(ii) गुनगुने पानी में कुछ बूँद अमोनिया की डालकर भी दाग दूर हो जाते हैं। अमोनिया का प्रयोग कर चुकने पर स्वच्छ पानी से वस्त्र को खंगालकर क्षारीय प्रभाव से मुक्त कर लेना चाहिए।
(iii) दाग पर स्टार्च का पेस्ट-सा बनाकर कुछ देर हवा में खुला रहने दें। कुछ देर बाद ब्रुश से झाड़कर साफ कर लें।
(16) नाखून पॉलिश के धब्बे - नाखून पॉलिस रिमूवर या एमाइलं ऐसीटेट का प्रयोग करके दाग छुड़ायें। रेशमी व रेयॉन वस्त्रों पर केवल एमाइल (Emyl) को ही प्रयोग करें। ऐसीटेट इन वस्त्रों के लिए क्षतिकारक है।
(17) आइसक्रीम के धब्बे - आइक्रीम के धब्बे को साबुन व पानी से धोकर साफ करें। अगर दाग न छूटे तो अमोनिया की कुछ मात्रा स्पंज करें फिर वस्त्र को धो लें।
(18) जूते की पॉलिश के धब्बे- जूते की पॉलिश पर तारपीन, स्प्रिट, बैंजीन या पेट्रोल आदि में से किसी एक घोलक को स्पंज करें। धब्बा पूरी तरह छूट जायेगा।
(19) सोडा वाटर या कोका कोला का धब्बा-दाग को भिगोकर उस पर ग्लिसरीन लगायें अगर दाग फिर भी साफ न हुआ हो तो दाग पर तनु ऐसीटेट एसिड की मात्रा लगाकर वस्त्र को धो लें।
(20) फल व शहद के धब्बे-
(i) वस्त्र के दाग वाले भाग पर नमक की पतली पर्त बिछाकर उस पर गर्म पानी की धार बाँधकर डालें। यह प्रक्रिया तब तक करें जब तक कि धब्बा साफ न हो जाये।
(ii) जेवेल वाटर का प्रयोग करके भी फल व शहद के धब्बे छूट जाते हैं।
(iii) फल के दाग इंक रिमूवर (Ink remover) का प्रयोग करके भी साफ़ हो जाते हैं।
(21) रंग के धब्बे - रंग के धब्बों को साबुन व गर्म पानी के घोल में डालकर फुलायें। यदि रंग न छूटे तो ब्लीचिंग पाउडर का लेप लगाकर उससे साफ करें और यदि फिर भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त न हो तो वस्त्र की प्रकृति के अनुसार उस पर हाइड्रोजन पर- ऑक्साइड या जेवेल वाटर आदि में से किसी एक विरंजक का प्रयोग करके वस्त्र साफ करें।
(22) हल्दी का धब्बा -
(i) वस्त्र पर दाग वाले स्थान को साबुनीकृत गर्म जल से धो लें व धूप में सूखने के लिए रख दें। (ii) दाग पर कुछ बूँदें हाइड्रोजन पर ऑक्साइड की लगाकर वस्त्र को धूप में डाल दें।
(iii) ऊनी व रेशमी वस्त्रों पर पोटेशियम परमैंगनेट व अमोनिया के घोल में बारी-बारी से 2-3 बार धोयें।
(23) फल का धब्बा - फल के दागयुक्त स्थान पर गर्म पानी कुछ ऊँचाई से धार बाँध कर डालें। धब्बा शीघ्र ही छूट जायेगा।
(24) चीनी का धब्बा - चीनी के दाग पर एसीटिक एसिड की कुछ मात्रा डालकर उसे गर्म पानी से रगड़ कर वस्त्र को धो लें। धब्बा साफ हो जायेगा।
(25) कीचड़ का धब्बा - धब्बा सूख जाने पर ब्रुश से झाड़कर साफ करें। यदि धब्बा फिर भी न छूटे तो ऑक्जेलिक अम्ल के तनु घोल से स्पंज करें। वस्त्र को साफ पानी से धोकर सुखा लें।
(26) पान का धब्बा - धब्बे वाले स्थान पर कच्चा दूध लगाने से धब्बा शीघ्र ही छूट जाता है।
(27) सिन्दूर का धब्बा - दाग वाले स्थान को साबुनीकृत गर्म जल से धोयें। उस पर हाइड्रोजन - पर- ऑक्साइड की कुछ मात्रा लगाकर कुछ देख रखा रहने दें। अब वस्त्र को पानी से धोकर धूप में सुखायें।
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- प्रश्न- विभिन्न प्रकार की बुनाइयों को विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। 1. स्वीवेल बुनाई, 2. लीनो बुनाई।
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिसज्जा एवं परिष्कृति से आप क्या समझती हैं? वस्त्रों पर परिसज्जा देना क्यों अनिवार्य है?
- प्रश्न- वस्त्रों पर परिष्कृति एवं परिसज्जा देने के ध्येय क्या हैं?
- प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। (1) मरसीकरण (Mercercizing) (2) जल भेद्य (Water Proofing) (3) अज्वलनशील परिसज्जा (Fire Proofing) (4) एंटी-सेप्टिक परिसज्जा (Anti-septic Finish)
- प्रश्न- परिसज्जा-विधियों की जानकारी से क्या लाभ है?
- प्रश्न- विरंजन या ब्लीचिंग को विस्तापूर्वक समझाइये।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabrics) का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- कैलेण्डरिंग एवं टेण्टरिंग परिसज्जा से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- सिंजिइंग पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- साइजिंग को समझाइये।
- प्रश्न- नेपिंग या रोयें उठाना पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए - i सेनफोराइजिंग व नक्काशी करना।
- प्रश्न- रसॉयल रिलीज फिनिश का सामान्य परिचय दीजिए।
- प्रश्न- परिसज्जा के आधार पर कपड़े कितने प्रकार के होते हैं?
- प्रश्न- कार्य के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- स्थायित्व के आधार पर परिसज्जा का वर्गीकरण कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा (Finishing of Fabric) किसे कहते हैं? परिभाषित कीजिए।
- प्रश्न- स्काउअरिंग (Scouring) या स्वच्छ करना क्या होता है? संक्षिप्त में समझाइए |
- प्रश्न- कार्यात्मक परिसज्जा (Functional Finishes) किससे कहते हैं? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- रंगाई से आप क्या समझतीं हैं? रंगों के प्राकृतिक वर्गीकरण को संक्षेप में समझाइए एवं विभिन्न तन्तुओं हेतु उनकी उपयोगिता का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रोद्योग में रंगाई का क्या महत्व है? रंगों की प्राप्ति के विभिन्न स्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रंगने की विभिन्न प्रावस्थाओं का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कपड़ों की घरेलू रंगाई की विधि की व्याख्या करें।
- प्रश्न- वस्त्रों की परिसज्जा रंगों द्वारा कैसे की जाती है? बांधकर रंगाई विधि का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बाटिक रंगने की कौन-सी विधि है। इसे विस्तारपूर्वक लिखिए।
- प्रश्न- वस्त्र रंगाई की विभिन्न अवस्थाएँ कौन-कौन सी हैं? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों की रंगाई के समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- डाइरेक्ट रंग क्या हैं?
- प्रश्न- एजोइक रंग से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रंगाई के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? संक्षिप्त में इसका वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्राकृतिक डाई (Natural Dye) के लाभ तथा हानियाँ क्या-क्या होती हैं?
- प्रश्न- प्राकृतिक रंग (Natural Dyes) किसे कहते हैं?
- प्रश्न- प्राकृतिक डाई (Natural Dyes) के क्या-क्या उपयोग होते हैं?
- प्रश्न- छपाई की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इंकजेट (Inkjet) और डिजिटल (Digital) प्रिंटिंग क्या होती है? विस्तार से समझाइए?
- प्रश्न- डिजिटल प्रिंटिंग (Digital Printing) के क्या-क्या लाभ होते हैं?
- प्रश्न- रंगाई के बाद (After treatment of dye) वस्त्रों के रंग की जाँच किस प्रकार से की जाती है?
- प्रश्न- स्क्रीन प्रिटिंग के लाभ व हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्टेन्सिल छपाई का क्या आशय है। स्टेन्सिल छपाई के लाभ व हानियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पॉलीक्रोमैटिक रंगाई प्रक्रिया के बारे में संक्षेप में बताइए।
- प्रश्न- ट्रांसफर प्रिंटिंग किसे कहते हैं? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- पॉलीक्रोमैटिक छपाई (Polychromatic Printing) क्या होती है? संक्षिप्त में समझाइए।
- प्रश्न- भारत की परम्परागत कढ़ाई कला के इतिहास पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- सिंध, कच्छ, काठियावाड़ और उत्तर प्रदेश की चिकन कढ़ाई पर संक्षेप में प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- कर्नाटक की 'कसूती' कढ़ाई पर विस्तार से प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- पंजाब की फुलकारी कशीदाकारी एवं बाग पर संक्षिप्त लेख लिखिए।
- प्रश्न- टिप्पणी लिखिए : (i) बंगाल की कांथा कढ़ाई (ii) कश्मीर की कशीदाकारी।
- प्रश्न- कच्छ, काठियावाड़ की कढ़ाई की क्या-क्या विशेषताएँ हैं? समझाइए।
- प्रश्न- कसूती कढ़ाई का विस्तृत रूप से उल्लेख करिए।
- प्रश्न- सांगानेरी (Sanganeri) छपाई का विस्तृत रूप से विवरण दीजिए।
- प्रश्न- कलमकारी' छपाई का विस्तृत रूप से वर्णन करिए।
- प्रश्न- मधुबनी चित्रकारी के प्रकार, इतिहास तथा इसकी विशेषताओं के बारे में बताईए।
- प्रश्न- उत्तर प्रदेश की चिकन कढ़ाई का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जरदोजी कढ़ाई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- इकत शब्द का अर्थ, प्रकार तथा उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- पोचमपल्ली पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- बगरू (Bagru) छपाई का संक्षिप्त परिचय दीजिए।
- प्रश्न- कश्मीरी कालीन का संक्षिप्त रूप से परिचय दीजिए।
- प्रश्न- भारत के परम्परागत वस्त्रों पर संक्षिप्त में एक टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- भारत के परम्परागत वस्त्रों का उनकी कला तथा स्थानों के संदर्भ में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चन्देरी साड़ी का इतिहास व इसको बनाने की तकनीक बताइए।
- प्रश्न- हैदराबाद, बनारस और गुजरात के ब्रोकेड वस्त्रों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- बाँधनी (टाई एण्ड डाई) का इतिहास, महत्व बताइए।
- प्रश्न- टाई एण्ड डाई को विस्तार से समझाइए |
- प्रश्न- कढ़ाई कला के लिए प्रसिद्ध नगरों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पटोला वस्त्रों का निर्माण भारत के किन प्रदेशों में किया जाता है? पटोला वस्त्र निर्माण की तकनीक समझाइए।
- प्रश्न- औरंगाबाद के ब्रोकेड वस्त्रों पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- गुजरात के प्रसिद्ध 'पटोला' वस्त्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- पुरुषों के वस्त्र खरीदते समय आप किन बातों का ध्यान रखेंगी? विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों के चुनाव को प्रभावित करने वाले तत्वों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- फैशन के आधार पर वस्त्रों के चुनाव को समझाइये।
- प्रश्न- परदे, ड्रेपरी एवं अपहोल्स्ट्री के वस्त्र चयन को बताइए।
- प्रश्न- वस्त्र निर्माण में काम आने वाले रेशों का चयन करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- रेडीमेड (Readymade) कपड़ों के चुनाव में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- अपहोल्सटरी के वस्त्रों का चुनाव करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
- प्रश्न- गृहोपयोगी लिनन (Household linen) का चुनाव करते समय किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता पड़ती है?
- प्रश्न- व्यवसाय के आधार पर वस्त्रों के चयन को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सूती वस्त्र गर्मी के मौसम के लिए सबसे उपयुक्त क्यों होते हैं? व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- अवसर के अनुकूल वस्त्रों का चयन किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- मौसम के अनुसार वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करते हैं?
- प्रश्न- वस्त्रों का प्रयोजन ही वस्त्र चुनाव का आधार है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- बच्चों हेतु वस्त्रों का चुनाव किस प्रकार करेंगी?
- प्रश्न- गृह उपयोगी वस्त्रों के चुनाव में ध्यान रखने योग्य बातें बताइए।
- प्रश्न- फैशन एवं बजट किस प्रकार वस्त्रों के चयन को प्रभावित करते हैं? समझाइये |
- प्रश्न- लिनन को पहचानने के लिए किन्ही दो परीक्षणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ड्रेपरी के कपड़े का चुनाव कैसे करेंगे? इसका चुनाव करते समय किन-किन बातों पर विशेष ध्यान दिया जाता है?
- प्रश्न- वस्त्रों की सुरक्षा एवं उनके रख-रखाव के बारे में विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- वस्त्रों की धुलाई के सामान्य सिद्धान्त लिखिए। विभिन्न वस्त्रों को धोने की विधियाँ भी लिखिए।
- प्रश्न- दाग धब्बे कितने वर्ग के होते हैं? इन्हें छुड़ाने के सामान्य निर्देशों को बताइये।
- प्रश्न- निम्नलिखित दागों को आप किस प्रकार छुड़ायेंगी - पान, जंग, चाय के दाग, हल्दी का दाग, स्याही का दाग, चीनी के धब्बे, कीचड़ के दाग आदि।
- प्रश्न- ड्राई धुलाई से आप क्या समझते हैं? गीली तथा शुष्क धुलाई में अन्तर बताइये।
- प्रश्न- वस्त्रों को किस प्रकार से संचयित किया जाता है, विस्तार से समझाइए।
- प्रश्न- वस्त्रों को घर पर धोने से क्या लाभ हैं?
- प्रश्न- धुलाई की कितनी विधियाँ होती है?
- प्रश्न- चिकनाई दूर करने वाले पदार्थों की क्रिया विधि बताइये।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई के लाभ व हानियाँ लिखिए।
- प्रश्न- शुष्क धुलाई में प्रयुक्त सामग्री व इसकी प्रयोग विधि को संक्षेप में समझाइये?
- प्रश्न- धुलाई में प्रयुक्त होने वाले सहायक रिएजेन्ट के नाम लिखिये।
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचित करने का क्या महत्व है?
- प्रश्न- वस्त्रों को स्वच्छता से संचयित करने की विधि बताए।