बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 राजनीति विज्ञान बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 राजनीति विज्ञानसरल प्रश्नोत्तर समूह
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तुलनात्मक सरकार और राजनीति : यू के, यू एस ए, स्विटजरलैण्ड, चीन
प्रश्न- रूढ़ियों कानून से किस प्रकार भिन्न हैं? प्रमुख अभिसमयों का वर्णन कीजिए।
उत्तर -
(Conventions and Laws)
संवैधानिक रूढ़ियों ओर संवैधानिक कानून में तकनीकी बिन्दुओं पर अन्तर पाया जाता है। इस अन्तर को निम्नांकित आधार पर समझा जा सकता है -
1. उत्पत्ति - कानून की उत्पत्ति एक विधान निर्मात्री संस्था के द्वारा होती है। ब्रिटेन में 'संसद सहित राजा इस कार्य को संपन्न करती है। जबकि रूढ़ियों का प्रारंभ प्रथा या पूर्वोदाहरण से होता है और जब इसे सामान्य स्वीकृति मिल जाती है जो यह रूढ़ि का रूप धारण कर लेती है।
2. स्रोत - कानून के अनेक स्रोत होते हैं जैसे रीति-रिवाज, विधान मंडल, धर्म, न्यायिक निर्णय, न्यायिक समीक्षायें आदि। जन रूढ़ियों के स्रोत निम्नांकित होते हैं -
(अ) इतिहास की प्रमुख घटनाओं से संबंधित भाषण और तथ्य जो स्पष्ट करते हैं कि कोई व्यवहार किन परिस्थितियों में प्रारंभ होता है और एक प्रथा बन जाता है।
(ब) ऐसे विशेष कथन जो यह बताते हैं कि राजनीतिक व्यवहार का अस्तित्व अनेक विरोधों के बाद भी बना हुआ है।।
(स) ऐसी रूढ़ि के प्रयोग का एक लंबा ऐतिहासिक ब्योरा अर्थात् राजनीतिक रूप से प्रथम पंक्ति में आने वाले नेताओं द्वारा अपने जीवन में रूढि का प्रयोग।
(द) रूढ़ि के विकास ओर अस्तित्व के संबंध में खोजे गये और प्रकाशित कार्य।
हरमन फायनर का मत है कि किसी रूढ़ि में बाध्यता की शक्ति उसकी स्थायी योग्यता की जनता द्वारा मान्यता' से आती है।
3. अनिवार्य तत्व - कानून के अनिवार्य तत्व निम्नांकित हैं-
(अ) एक सभ्य जन समाज
(ब) सामान्य हित
(स) उपयोगिता
(द) सार्वभौमिकता
(य) बाध्यता
जबकि रूढ़ि के अनिवार्य तत्व निम्नवत् हैं-
(अ) किसी समय में प्रारंभ की गई प्रथा या राजनैतिक व्यवहार।
(ब) एक लम्बे समय में उसका अनेक बार प्रयोग।
(स) समाज द्वारा उस व्यवहार को मान्यता प्रदान करना और उसे एक नैतिक आदर्श के रूप में कार करना।
4. प्रकृति - कानून निश्चित व स्थायी प्रकृति के होते हैं जबकि रूढ़ियाँ अस्पष्ट और अनिश्चित हैं। कानून एक विशेष समय में लागू किया जाता है जबकि रूढ़ियों को लागू करने का कोई समय होता।
5. आधार - कानून के पीछे बाध्यकारी शक्ति होती है उसका पालन करना अनिवार्य होता है। के रूढ़ि के पीछे राज्य की शक्ति नहीं होती। कानून के उल्लंघन पर दंड मिलता है जबकि रूढ़ि का पालन ऐच्छिक आधार पर होता है। उसे उपयोगिता के आधार पर जनमत का समर्थन मिलता है। ए. एन. ड्रेग्निच कहते हैं- "रूढ़ियाँ कानूनों की भाँति जनप्रतीति पर निर्भर करती हैं यद्यपि कानूनों जैसी मान्यता उन्हें प्राप्त नहीं होती और न ही उनका उल्लंघन ही इतना स्पष्ट होता है।
6. आकार - कानून लिखित होते हैं जबकि रूढ़ियाँ अलिखित होती हैं। रूढ़ियाँ के बल एक समझ या व्यवहार होती हैं। अलिखित होने के कारण ये आकार में काफी व्यापक हो सकती हैं जबकि कानून प्रायः संक्षिप्त होते हैं।
7. संरक्षण - कानून का संरक्षण न्यायालय करते हैं जबकि रूढ़ियों का पालन स्वयमेव होता है। उनके पालन के पीछे जनमत का दबाव होता है।
एडमंड बर्क ने रूढ़ियों और कानून को स्पष्ट करते हुये लिखा है "रूढ़ियाँ उस तरीके को निश्चित करती हैं जिसके अनुसार कानून, जोकि उसके पहले होते हैं, लागू किये जाते हैं। इस प्रकार वे संविधान की प्रेरक शक्तियाँ हैं। दूसरे, रूढ़ियों द्वारा हमेशा यह बात निश्चित कर ली जाती है कि व्यवहार में संविधान उस समय के प्रचलित संवैधानिक पद्धति के अनुसार कार्य करता है।'
(Some Important Conventions of British Constitutional System)
ब्रिटिश संवैधानिक व्यवस्था का एक लंबा इतिहास रहा है। अनेक राजवंशों ने यहाँ पर शासन किया जिसके परिणामस्वरूप अनेक रूढ़ियाँ या परम्परायें विकसित हुईं जिनके कारण ब्रिटिश व्यवस्था को एक अद्वितीय रूप मिला जो विश्व में अन्यत्र दुर्लभ है।
इनमें से प्रमुख रूढ़ियों का अध्ययन निम्नांकित रूप में किया जा सकता ह -
ब्रिटिश संप्रभु से संबंधित रूढ़ियाँ - ब्रिटिश संप्रभु से संबंधित प्रमुख रूढ़ियाँ निम्नांकित हैं-
(अ) संप्रभु कोई गलती नहीं करता।
(ब) वह दलबंदी से परे होता है। सरकार एवं विपक्ष दोनों ही संप्रभु के होते हैं।
(स) संप्रभु मंत्रिमंडल की बैठकों की अध्यक्षता नहीं करता।
(द) वह कामन्स सभा में बहुमत दल के नेता को प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त करता हैं और उसकी सिफारिश पर अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है।
(य) संसद द्वारा पारित विधेयक पर वह निषेधाधिकार का प्रयोग नहीं करता।
(र) वह मंत्रिमंडल की सलाह के अनुसार कार्य करता है।
(ल) संप्रभु मात्र संवैधानिक प्रधान है अतः वह औपचारिक कार्यपालिका की भूमिका निभाता है।
मंत्रिमंडल से संबंधित रूढ़ियाँ-
(अ) प्रधानमंत्री कामन्स सभा का सदस्य होता है।
(ब) कामन्स सभा में बहुमत दल मंत्रिपरिषद का निर्माण करता है।
(स) मंत्री संसद के सदस्य होते हैं। उनका नेता ही प्रधानमंत्री बनता है।
(द) मंत्रिगण व्यक्तिगत और सामूहिक दोनों रूप से उत्तरदायी होते हैं।
(य) मंत्रिमंडल प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गठित होता है और उसकी सिफारिश पर ही अन्य मंत्री नियुक्त होते हैं।
(र) राजपद के प्रत्येक कार्य के लिये कोई न कोई मंत्री अवश्य उत्तरदायी होता है।
(ल) मंत्रिमंडल सामूहिक रूप से कामन्स सभा के प्रति उत्तरदायी होती है।
(व) कामन्स सभा में किसी महत्वपूर्ण प्रश्न पर पराजित होने पर अथवा अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर मंत्रिमंडल त्याग पत्र दे देता है।
संसद से संबंधित रूढ़ियाँ-
1. संसद का अधिवेशन वर्ष में एक बार अवश्य होता होता है। संसद के दो सत्रों के मध्य एक वर्ष से अधिक का अंतर नहीं होना चाहिये।
2. स्पीकर (कामन्स सभी का अध्यक्ष) दलबंदी से ऊपर होता है और उसका निर्वाचन निर्विरोध होता है।
3. मंत्री कामन्स सभा के प्रति उत्तरदायी होते हैं लार्ड सभा के प्रति नहीं।
4. प्रत्येक सदन में प्रत्येक विधेयक के तीन वाचन होते हैं।
5. संसद के अधिवेशन के प्रारम्भ में राजपद संबोधित करता है।
6. संसद संप्रभु होती है।
7. जब लार्ड सभा सर्वोच्च अपीलीय न्यायालय के रूप में बैठती है तो केवल कानूनी लार्ड ही उसमें भाग लेते हैं।
8. धन विधेयक कामन्स सभा में ही प्रस्तुत किये जा सकते हैं।
9. 'छाया मंत्रिमंडल का गठन एवं राजा का विरोधी दल।
राष्ट्रमंडल से संबंधित परम्परायें - राष्ट्रमंडल एक अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है जिसका प्रधान ब्रिटिश संप्रभु होता है। इससे संबंधित निम्नांकित परम्परायें विकसित हुई हैं-
(अ) राष्ट्र मंडल की सदस्यता ऐच्छिक होती है।
(ब) ब्रिटिश अधिराज्यों (जैसे - कनाडा, आस्ट्रेलिया) का राज्य प्रमुख भी ब्रिटिश संप्रभु होता है। (स) ब्रिटिश संप्रभु अधिराज्यों के मंत्रिमंडल के परामर्श से कार्य करता है।
(द) 'राष्ट्रमंडल' के देशों का ब्रिटिश संप्रभु की अध्यक्षता में प्रतिवर्ष एक सम्मेलन आपसी हितों पर चर्चा के लिये होता है।
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- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति का अध्ययन क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति के अध्ययन क्षेत्र की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति से आप क्या समझते हैं? इसकी प्रकृति को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- तुलनात्मक राजनीति और तुलनात्मक सरकार में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- उदार लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- पूँजीवाद से आप क्या समझते हैं, इसके गुण-दोष क्या हैं?
- प्रश्न- समाजवादी राज्य क्या है, इसकी कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- समाजवाद की परिभाषा दीजिए। विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- उपनिवेशवाद क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये।
- प्रश्न- विकासशील देशों में राज्य की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों से क्या अभिप्राय है? इसकी विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों कानून से किस प्रकार भिन्न हैं? प्रमुख अभिसमयों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों का पालन क्यों होता है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- राजपद से आपका क्या अभिप्राय है? इसकी शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- राजा एवं राजपद अन्तर को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- मन्त्रिमण्डलात्मक प्रणाली का उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के संगठन एवं मंत्रिमण्डल व्यवस्था की विशेषताओं की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल के कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बिटिश प्रधानमंत्री सारे शासन तंत्र की धुरी है।' इस कथन की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन की सम्प्रभुता की विवेचना कीजिए तथा इस प्रभुसत्ता की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा की रचना कार्यों व उनकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- इंग्लैंड की समिति प्रणाली के बारे में आप क्या जानते हैं? इसके कितने प्रकार होते हैं?
- प्रश्न- कामन्स सभा क्या है? इसके संगठन एवं पदाधिकारियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन्स सभा की शक्तियों, कार्यों एवं व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- कामन सभा के स्पीकर एवं उसकी शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश समिति व्यवस्था की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में विधेयकों का वर्गीकरण कीजिए एवं व्यवस्थापन प्रक्रिया पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- न्यायपालिका से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्यायपालिका के संगठन पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश न्याय व्यवस्था की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- विधि का शासन ब्रिटिश संविधान का एक विशिष्ट लक्षण है। इस कथन की व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दलों से क्या तात्पर्य है? राजनीतिक दलों की भूमिका एवं महत्व को समझाइये।
- प्रश्न- राजनीतिक दल प्रणाली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजनीतिक दलों के संगठन, कार्यक्रम एवं उनकी भूमिका को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ग्रेट ब्रिटेन में राजनीतिक दलों की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश दल पद्धति की विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- रूढ़ियों के महत्व का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के ऐतिहासिक कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के राजनैतिक कारणों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के मनोवैज्ञानिक कारणों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटेन में राजपद के अन्तर्राष्ट्रीय कारणों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की कानूनी स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की व्यावहारिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल एवं क्राउन के सम्बन्ध को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मन्त्रिमंडल का ब्रिटिश की संवैधानिक व्यवस्था में क्या महत्व है?
- प्रश्न- मंत्रिमंडल की महत्ता के औचित्य को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- मंत्रिमण्डल की महत्ता के कारण बताइये।
- प्रश्न- लार्ड सभा ने सुधार के क्या प्रयास किये?
- प्रश्न- क्या ग्रेट ब्रिटेन में संसद संप्रभु है?
- प्रश्न- 'संसदीय प्रभुता' के सिद्धान्त का मूल्यांकन कीजिए।
- प्रश्न- विपक्षी दल की भूमिका का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- लार्ड सभा एवं प्रिवी काउन्सिल की न्यायिक समिति में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश कानून कितने प्रकार से प्रयोग में लाये जाते हैं?
- प्रश्न- राजनीतिक दलों के कार्यों का विवेचनात्मक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- राजनीतिक दल मतदाताओं में अपना समर्थन बढाने के लिये कौन-कौन से साधनों का प्रयोग करते हैं।
- प्रश्न- ब्रिटेन तथा फ्राँस की दलीय प्रणाली का तुलनात्मक विश्लेषण कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राष्ट्रपति के कार्यों, शक्तियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति की वृद्धि एवं उसके कारणों की विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- अमेरिकी व ब्रिटिश मंत्रिमंडल की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- ब्रिटिश संप्रभु (क्राउन) प्रधानमंत्री तथा अमेरिकी राष्ट्रपति की तुलनात्मक विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सीनेट के गठन, उसकी शक्ति एवं कार्यों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा के संगठन, शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिकी कांग्रेस की शक्ति एवं कार्यों का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका का उच्चतम न्यायालय व्यवस्थापिका का तृतीय सदन बनता जा रहा है। स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च के महत्व का विस्तार से वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यायिक पुनर्निरीक्षण से आप क्या समझते हैं? अमेरिका के उच्चतम न्यायालय के संदर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- सर्वोच्च न्यायालय की कार्य-प्रणाली का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय के गठन का संक्षिप्त वर्णन कीजिए। अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति तथा भारत के सर्वोच्च न्यायालय की न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के उद्भव एवं विकास का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका की राजनीतिक व्यवस्था में राजनीतिक दलों की क्या भूमिका है?
- प्रश्न- अमेरिका तथा ब्रिटेन के राजनीतिक दलों की समानता और असमानताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- दबाव अथवा हित समूह से आप क्या समझते हैं? दबाव समूह के प्रमुख लक्षण एवं साधनों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- संयुक्त राज्य अमरीका के संविधान की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
- प्रश्न- अमेरिकी राष्ट्रपति को दलीय अथवा राष्ट्रीय नेता के रूप में पर टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- राष्ट्रपति एवं मन्त्रिमण्डल के सम्बन्धों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जैरीमैण्डरिंग पर संछिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- सीनेट के महत्व पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- यू. एस. ए. 'सीनेट की शिष्टता' का क्या अर्थ है?
- प्रश्न- प्रतिनिधि सभा की दुर्बलता के कारण बताइये।
- प्रश्न- संघीय न्यायपालिका कितने प्रकार की होती है?
- प्रश्न- संघीय न्यायलय क्यों आवश्यक है? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- जिला न्यायालय पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- संघीय अपील न्यायालय पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका में राजनीतिक दलों की कमियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अमरीका और इंग्लैण्ड की दल- प्रणाली की तुलना कीजिए।
- प्रश्न- अमेरिका के राजनीतिक दलों की कार्य प्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- माओवाद क्या है? माओवाद के प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- कन्फ्यूशियसवाद क्या है? इसके प्रमुख सिद्धान्त कौन-कौन से हैं?
- प्रश्न- चीनी विधानमंडल राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस के गठन, शक्ति एवं कार्यों पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति के बारे में आप क्या जानते हंत उसकी शक्ति एवं कार्यों को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- स्थायी समिति की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन के राष्ट्रपति के कार्यों एवं अधिकारों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन में न्याय व्यवस्था की प्रमुख विशेषतायें बताते हुये न्यायपालिका के संगठन एवं उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल के संगठन का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में साम्यवादी दल की भूमिका की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- एक देश दो प्रणाली नीति से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की स्थायी समिति पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- राष्ट्रीय जनवादी कांग्रेस की वास्तविक स्थिति का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- चीन में कांग्रेस के सदस्यों के अधिकारों एवं दायित्वों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन राज्य परिषद के गठन पर प्रकाश डालिये।
- प्रश्न- चीन के सैनिक केन्द्रीय आयोग पर टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की वास्तविक स्थिति की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- चीन के राज्य परिषद की शक्ति एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- जनवादी चीन में प्रोक्यूरेटोरेट पद की व्यवस्था का विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के वर्तमान संविधान की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड के संविधान की संशोधन प्रकिया का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रत्यक्ष लोकतन्त्र से आप क्या समझते हैं? स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष लोकतन्त्र की सफलता के कारणों को इंगित कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैण्ड में प्रत्यक्ष प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- स्विट्जरलैंड की कार्यपालिका के बारे में बताइये।
- प्रश्न- स्विस व्यवस्थापिका के बारे में बताइये।