बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-A - समावेशी शिक्षा
प्रश्न- प्रतिभाशाली बच्चों हेतु निर्देशन के स्वरूप का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
प्रतिभाशाली बच्चों हेतु निर्देशन कार्यक्रम निम्न बिंदु ध्यान देने योग्य होते हैं।
- निर्देशन का सर्वोपरि प्रतिभाशाली बच्चों को पहचानना चाहिए इसके लिए मानक परीक्षणों के उपयोग को उनके बौद्धिक स्तर का विवरण देता आवश्यक हो जाता है। इसके लिए शिक्षण परिणामों को भी ध्यान में रखना चाहिए।
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बच्चों को प्रारंभिक स्तर से ही अध्ययन की दिशा में पूर्णतः प्रोत्साहित करना चाहिए। इसके साथ-साथ यह ध्यान रखा जाए कि बच्चों को किसी प्रकार से उच्च आकांक्षा या अपेक्षाओं का स्वार्थ उनके मन मस्तिष्क के लिए तनाव कारक न बनने पाए।
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बच्चों का समय विभाजन कुछ इस प्रकार का होना चाहिए कि अध्ययन क्रियाकलापों के अतिरिक्त उनको खेल-कूद जैसी शारीरिक गतिविधियों में भी अवसर देना चाहिए।
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बच्चों के पालकों (माता-पिता व संस्कारों) को भी निर्देशित करना चाहिए कि कभी बच्चे का बहुत बढ़ाकर मूल्यांकन न करें तथा उनकी सामाजिकता की विकाररहित होने का पूरा अवसर दें लेकिन प्रतिभाशाली होने के उच्च स्तर के माध्यम से किसी तरह के दवाब न बनने दें ऐसा करना उसके विकास में बाधक हो सकता है।
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बच्चों में तीव्र अधिगम क्षमता को ध्यान में रखते हुए उनके शिक्षण व अध्ययन कार्यक्रम को औसत गति से आगे बढ़ाना तथा शेष समय को पाठ्यक्रम के अतिरिक्त ज्ञान प्राप्ति में लगाना।
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उच्च बौद्धिक सामर्थ्य के कारण वह अपने पाठ्यक्रम को जल्दी पूर्ण कर लेंगे ऐसी स्थिति में उन्हें लिये उच्च स्तरीय विशेष या समान पाठ्यक्रम की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि वह पाठ्यक्रम (सामान्य पाठ्यक्रम) को पढ़ने में ऊबाउ अनुभव न करें।
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प्रतिभाशाली बच्चों को अपनी मौलिकता प्रकट करने का अवसर अवश्य देना चाहिए।
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