बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाजसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज
प्रश्न- राजनीति में महिला की भूमिका पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
राजनीति में महिलाओं की भूमिका नगण्य ही है। यह बात अधिकतर समाजों पर लागू होती है। पहले पहल ही तो सार्वजनिक मामलों में भागीदारी करना, वोट देने या सार्वजनिक पदों के लिए चुनाव लड़ने की धरोहर-सी राजनीतिक से लैंगिक मुद्दे उभरे। दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में औरतों ने अपने संगठन बनाए और बराबरी का अधिकार प्राप्त करने के लिए आंदोलन किए। विभिन्न देशों में महिलाओं के वोट को अधिकार प्रदान करने के लिए आंदोलन हुए। इन आंदोलनों में महिलाओं के राजनीतिक और वैधानिक हक़ को उठाया और उनके लिए शिक्षा तथा रोजगार के अवसर की माँग की गई। बुनियादी बदलाव की माँग इन महिलाओं के आंदोलनों में औरतों के व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन में भी बराबरी की माँग उठाई। इन आंदोलनों को नारीवादी आंदोलन कहा जाता है।
लैंगिक विभाजन की राजनीतिक अभिव्यक्ति और इस सवाल पर राजनीतिक गोलबंदी से सार्वजनिक जीवन में औरत की भूमिका को बढ़ाने में मदद की। आज हम वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर, प्रबंधक, कॉलेज और विश्वविद्यालयों शिक्षक इन पेशों में बहुत-सी औरतों को पाते हैं जबकि पहले इन कामों में महिलाओं के लायक नहीं माना जाता था। दुनिया के कुछ हिस्सों, जैसे स्वीडन, नॉर्वे और फ़िनलैंड जैसे स्कैंडेनेवियाई देशों में सार्वजनिक जीवन में महिलाओं की भागीदारी का स्तर काफ़ी ऊँचा है।
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