बी एड - एम एड >> बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाजसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बी.एड. सेमेस्टर-1 प्रश्नपत्र- IV-C - लिंग, विद्यालय एवं समाज
प्रश्न- कोई एक उदाहरण दीजिए जिससे यह ज्ञात हो कि महिलाओं के कार्य को किस प्रकार अनदेखा किया जाता है?
उत्तर-
उदाहरण
चिकित्सक ने पूछा, "क्या तुम्हारे पास बहुत सारे बच्चे हैं?"
उस पुरुष ने उत्तर दिया कि भगवान ने मेरे साथ अच्छा नहीं किया। जन्म लेने वाले मेरे प्रखर बच्चों में से केवल नौ ही जीवित हैं।"क्या आपकी पत्नी कार्य करती है?"
"नहीं, वह घर पर रहती है।"
"ठीक! फिर वह अपना दिन किस तरह बिताती है?"
"वह सुबह बहुत जल्दी सोकर उठती है, जाकर पानी और लकड़ियाँ लाती है, आग जलाती है और गाय का दूध निकालती है। इसके बाद वो नदी के किनारे जाती है और कपड़े धोती है। इसके बाद वह कचरे को फेंक देती है और बाजार से हमारी जरूरत की चीजें लाती है। इसके बाद वह दोपहर का खाना पकाती है।"
"आप दोपहर में घर आते हैं?"
"नहीं, नहीं! वो भोजन को खेत तक—घर से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी तक ले आती है।"
"और उसके बाद?"
"हाँ, वो उसके बाद मुर्गियों और सूअरों की देखभाल करती है। और जाहिर है कि दिन भर बच्चों की देखभाल करती है... इसके बाद वो रात का भोजन बनाती है और मेरे घर आने तक रात का भोजन तैयार होता है।"
"क्या वो रात के भोजन के बाद सोने चली जाती है?"
"नहीं! रात का भोजन करने के बाद सोने तो मैं जाता हूँ। वो घर के तमाम कामकाज में करीब नौ बजे रात तक व्यस्त रहती है।"
"हूँ, लेकिन अभी आपने कहा कि आपकी पत्नी कोई कार्य नहीं करती?"
"हाँ, वह कोई कार्य कहाँ करती है। मैंने कहा न, कि वो कोई कार्य नहीं करती, बस घर पर ही रहती है।"
(1977, मित्र 2002 : 114)
ऊपर वर्णित कहानी बताती है कि महिलाओं का सारा कार्य किस प्रकार अनदेखा रह जाया करता है और किस प्रकार उस कार्य का कोई संज्ञान नहीं लिया जाता। साथ ही यह कहानी यह भी स्पष्ट करती है कि घर के भीतर महिलाओं द्वारा किया गया तमाम कामकाज आर्थिक गणना के दायरे से किस प्रकार बाहर छूट जाया करता है।
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