बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
महत्वपूर्ण तथ्य
• केन्द्रीयकरण में अधिकांश निर्णय उच्च पदाधिकारी लेते हैं।
• केन्द्रीयकरण में अधिकारों का केन्द्रीयकरण उच्च पदाधिकारियों के पास होता है। केन्द्रीयकरण, विकेन्द्रीयकरण का ठीक उल्टा होता है।
• केन्द्रीयकरण में निम्नस्तरीय पदाधिकारियों को अधिकारों का भारार्पण नहीं होता।
• केन्द्रीयकरण में लगभग सभी अधिकार उच्च अधिकारियों के पास रहते हैं।
• केन्द्रीयकरण से अधीनस्थों की भूमिका में कमी होती है।
केन्द्रीयकरण के लाभ - निम्नलिखित है-
नीतियों एवं प्रक्रियाओं में समानता
दोहरापन न होने से लागत में बचत
प्रतिभा का पूर्ण उपयोग
निर्णय में एकरूपता तथा कार्यों पर उचित नियंत्रण
केन्द्रीयकरण के दोष इस प्रकार हैं-
कागजी कार्यवाही में वृद्धि
मनोबल में गिरावट
टकराव की स्थिति
पहल क्षमता में कमी
निर्णय लेने में विलम्ब आदि।
केन्द्रीयकरण - निम्नलिखित दशाओं में उपयुक्त होता है-
संगठन का आकार छोटा होने पर
नियंत्रण का विस्तार संकुचित होने पर
कार्य मानकीकृत होने पर
कार्य पुनरावर्त्तक प्रक्रति का होने पर
संचार की प्रभावी व्यवस्था होने पर
• विकेन्द्रीयकरण में अधिकांश निर्णय उन व्यक्तियों द्वारा लिए जाते हैं जिनके द्वारा निर्णयों को लागू किया जाना होता है।
• विकेन्द्रीयकरण में उच्च पदाधिकारी निम्न पदाधिकारियों को कुछ अधिकार व उत्तरदायित्व देते हैं।
• विकेन्द्रीयकरण का क्षेत्र विस्तृत है।
• विकेन्द्रीयकरण में अधीनस्थ स्व-निर्णय एवं इनके क्रियान्वयन के लिए स्वतन्त्र होते हैं।
• विकेन्द्रीयकरण से प्रबन्धकों की प्रभावशीलता बढ़ती है।
• विकेन्द्रीयकरण प्रकृति में पूर्ण होता है।
• विकेन्द्रीयकरण प्रकृति में पूर्ण होता है।
• विकेन्द्रीयकरण प्रकृति में प्रबन्ध कम से कम नियंत्रण रखता है।
• विकेन्द्रीयकरण प्रकृति में वैकल्पिक होता है। क्योंकि यह प्रबन्ध के दर्शन पर निर्भर करता है।
• विकेन्द्रीयकरण से अर्ध-स्वाशासी इकाई बनती है।
विकेन्द्रीयकरण - के गुण इस प्रकार हैं-
निर्णय लेने में शीघ्रता होना
निर्णय में संदेह न होना
विभागीय अधिकारियों में संतोष
संस्था में प्रजातांत्रिक प्रणाली का विकास
बड़े एवं छोटे प्रबन्धकों में परस्पर समन्वय-कर्मचारियों के मनोबल में वृद्धि
विकेन्द्रीयकरण प्रबन्ध की एक तकनीक है।
• विकेन्द्रीयकरण में सम्पूर्ण संगठन पर लागू होने वाली प्रक्रिया है।
• विकेन्द्रीयकरण में उत्तरदायित्वों के अनुपात में अधिकारों का अन्तरण किया जाता है।
• विकेन्द्रीकरण में अंतरण किया जाता है।
• विकेन्द्रीयकरण में सत्ता का वितरण करती है।
• विकेन्द्रीयकरण निर्णय प्रक्रिया में अधीनस्थों की भागीदारी बढ़ती है।
• विकेन्द्रीयकरण - निम्नलिखित दशाओं में उपयुक्त होता है-
संगठन का आकार बड़ा होने पर
संगठन संरचना जटिल होने पर
योग्य प्रबन्धक संख्या के उपलब्ध होने पर
• विकेन्द्रीयकरण से आधिकारियों के कार्यभार में कमी आती है
• विकेन्द्रीयकरण में समन्वय की समस्या रहती है।
• विकेन्द्रीयकरण में प्रबन्धकीय योग्यता का विकास होता है।
• विकेन्द्रीयकरण में अधीनस्थों पर निर्भरता बढ़ती है।
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