बी काम - एम काम >> बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्धसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीकाम सेमेस्टर-2 व्यावसायिक प्रबन्ध - सरल प्रश्नोत्तर
महत्वपूर्ण तथ्य
• सम्प्रेषण में तथ्यों, विचारों एवं भावनाओं का विनिमय होता है।
• सम्प्रेषण एक क्रमबद्ध व सतत् प्रक्रिया है।
• सम्प्रेषण व्यावसायिक उपक्रम के लिए जीवनदायी महत्व रखता है।
• सम्प्रेषण एक व्यापक कार्य है।
• सम्प्रेषण एक जटिल क्रिया है।
• अपने समय का एक बड़ा हिस्सा प्रबन्धकों द्वारा सम्प्रेषण पर लगाया जाता है।
• सम्प्रेषण का प्रयोग एक सामाजिक आवश्यकता है
• सम्प्रेषण एक उद्देश्यपूर्ण प्रक्रिया है ।
• सम्प्रेषण एक बहु संकायी विज्ञान है।
• यदि कोई व्यक्ति किसी निर्जन स्थान पर चिल्लाता है तो उस स्थान पर उसकी आवाज गूँजती है, सम्प्रेषण नहीं होता है।
• लेकिन यदि दूसरा व्यक्ति उसे सुनता है, तो समझता है, तब सम्प्रेषण होता है।
• सम्प्रेषण सभी संगठनों, व्यक्ति एवं समूहों द्वारा किया जाता है। यह एक सर्वव्यापी क्रिया है।
• आधुनिक युग में व्यवसाय प्रबन्ध में सम्प्रेषण का स्थान महत्वपूर्ण है।
• वर्तमान कटु प्रतियोगिता में सम्प्रेषण की आवश्यकता बहुत अधिक बढ़ गई है।
• सम्प्रेषण बहुआयामी एवं सभी दिशाओं में प्रवाहित होता है।
• आमने-सामने वार्तालाप, टेलीफोन वार्तालाप, मीटिंग व सम्मेलन, आपसी पूछताछ, औपचारिक आदेश, अभिलेख, अनौपचारिक बातचीत आदि संचार के माध्यम हैं।
• टेलीविजन, दीवार चार्ट, पोस्टर, सूचनापट, संगठन चार्ट, फोटोग्राफी, संकेत आदि सम्प्रेषण की दृश्य तकनीकें है।
• अच्छा संचार सुदृढ़ प्रबन्ध की नींव होता है।
• प्रभावी संचार का महत्व निम्नलिखित में अधिक होता हैं-
प्रबन्धकीय कार्यों में
नियोजन का आधार
सुदृढ़ निर्णयन का आधार
व्यवसाय का सफल संचालन
औद्योगिक शान्ति को बढ़ावा
संदेहों एवं भ्रमों का निवारण
• प्रभावी संचार में पूर्णता, सक्षिप्तता, विचारणीयता, स्पष्टता, शुद्धता आदि लक्षण होने चाहिए।
• औपचारिक सम्प्रेषण अधिकार व दायित्व के औपचारिक ढाँचे पर आधारित होता है। इसका सम्बन्ध प्रेषक एवं संदेश प्रापक की स्थिति से होता है।
• अंगूरीलता एक समस्तरीय संचार माध्यम है जो समान स्तर पर कार्य करने वाले उन व्यक्तियों से सम्बन्ध रखता है जो अनौपचारिक प्रणाली अपनाए हुए हैं।
• अंगूरीलता द्वारा सुनी-सुनाई बातों का प्रसारण हुआ करता है। -लुईस ए एलेन
• अंगूरीलता सम्प्रेषण एकल श्रृंखला गुच्छा श्रृंखला, गपशप श्रृंखला, प्रायिकता श्रृंखला के माध्यम से हो सकता है।
• सम्प्रेषण में आत्मविश्वास की कमी, समयाभाव, विकृत उद्देश्य, अधिकारियों की उपेक्षा आदि प्रमुख बाधाएँ होती हैं।
• संदेश बाधाओं को दूर करने के लिए प्रत्यक्ष, समझने योग्य, परस्पर विश्वास, योजनागत सम्प्रेषण, आपसी सहयोग आदि सुझाव दिए जा सकते हैं।
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