बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- परियोजना-विधि में अध्यापक की भूमिका स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
परियोजना-विधि में विद्यार्थी को सक्रिय करना अति आवश्यक है, क्योंकि यह विधि विद्यार्थी केन्द्रित ही है, उसकी सक्रियता के बिना परियोजना कार्य सफल नहीं हो सकता। विद्यार्थी को प्रेरित करने में अध्यापक की विशेष भूमिका होती है। परियोजना - विधि में विद्यार्थी और अध्यापक दोनों की भूमिकाओं का अपना-अपना महत्त्व होता है। विद्यार्थियों को प्रेरित करने में अध्यापक की निम्नलिखित भूमिका हो सकती है-
(1) किसी भी परियोजना में अध्यापक एक मार्गदर्शक, सहयोगी तथा मित्र की भूमिका निभाता है, न कि किसी तानाशाह की।
(2) अध्यापक स्वयं भी विद्यार्थियों के साथ अध्ययन करता है।
(3) अध्यापक को चाहिए कि वह कक्षा में विद्यार्थियों की स्वतन्त्रता बनाये रखे तथा उनके भय को दूर करे।
(4) अध्यापक को परियोजना के प्रारम्भ से ही सावधान रहना चाहिए ताकि परियोजना कार्य सही दिशा में चलता रहे।
(5) अध्यापक को सभी विद्यार्थियों के बारे में ज्ञान होना चाहिए और उन विद्यार्थियों के अनुसार ही उन्हें कार्य सौंपे जाने चाहिये।
(6) अध्यापक को पर्याप्त अनुभव होना चाहिए तथा उसमें पहल करने की योग्यता का होना आवश्यक है।
(7) अध्यापक विद्यार्थियों में विज्ञान शिक्षण सम्बन्धी उचित दृष्टिकोणों का विकास करे।
(8) संकोच करने वाले तथा कार्य से जी चुराने वाले विद्यार्थियों को भी परियोजना के काम में व्यस्त रखना अध्यापक का कर्त्तव्य है।
(9) अध्यापक विद्यार्थियों के चरित्र और व्यक्तित्व के विकास में सहायक हों ताकि विद्यार्थी अपने ऊपर कुछ उत्तरदायित्व ले सकें।
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