बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षासरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 चतुर्थ (A) प्रश्नपत्र - पर्यावरणीय शिक्षा - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- सूचना तकनीकी का मानव स्वास्थ्य में योगदान स्पष्ट कीजिए। उत्तर-
सूचना तकनीकी का मानव स्वास्थ्य में योगदान निम्नलिखित है-
(1) बड़े संयंत्रों कारखानों आदि में रेडियो उपकरण लगे रहते हैं, जिनसे किसी दुर्घटना की या आपातकालीन स्थिति की सूचना तुरन्त ही सम्बन्धित केन्द्रों पर पहुँच जाती है।
(2) सूचना तकनीकी में कम्प्यूटर के माध्यम से बीमारियों को पकड़ना सहज हो गया है।
(3) आज विभिन्न प्रकार के टेस्ट आदि के माध्यम से मानव शरीर में उपस्थित छोटी से छोटी बीमारी का पता लगाया जा सकता है।
(4) आज कई विभिन्न तकनीकों के माध्यम से शल्य क्रिया हेतु आधुनिक कम्प्यूटरीकृत उपकरण काम में लाये जाते हैं।
(5) सूचना तकनीकी के माध्यम से आज गाँव में बैठा हुआ डॉक्टर यदि चाहे तो चिकित्सा विज्ञान में आधुनिकतम शोध व सुविधा के बारे में सभी विकसित देशों में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी से मानव के स्वास्थ्य को लाभ पहुँचा सकता है।
(6) किसी भी बीमारी के त्रि-आयामी चित्र प्राप्त करके उस बीमारी की गहनता का चित्रमयी अध्ययन किया जा सकता है।
(7) सूचना तकनीकी के विभिन्न उपकरणों व उपग्रहों के जरिये एक सर्जन अमेरिका में बैठकर भारत में शल्य-क्रिया पर नियंत्रण रख सकता है।
(8) सूचना तकनीकी के माध्यम से ही आज डॉक्टर को कई प्रकार के ऑपरेशन करने के लिए चीर-फाड़ करने की भी आवश्यकता नहीं होती बल्कि लेजर किरणों या अन्य माध्यम द्वारा शल्य क्रिया पूरी कर ली जाती है।
(9) सूचना तकनीकी का एक आविष्कार इंटरनेट है। जिसके माध्यम से कोई भी डॉक्टर विश्व की किसी भी शल्य क्रिया वाले स्थान से लगातार सम्पर्क में रह सकता है।
इस प्रकार सूचना तकनीकी का पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य में महत्त्वपूर्ण योगदान है।
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