बी एड - एम एड >> बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षणसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीएड सेमेस्टर-2 हिन्दी शिक्षण - सरल प्रश्नोत्तर
प्रश्न- कहानी शिक्षण के उद्देश्य लिखिये।
उत्तर-
कहानी शिक्षण के उद्देश्य
जहाँ पर जीवन है वहाँ कहानी भी अवश्य है। कहानी सुनाने की परम्परा उतनी ही प्राचीन है जितना पुराना हमारा जीवन है। मानव केवल अनुभावक ही नहीं, प्रकाशक भी है। जीवन परिवर्तनशील है। यहीं परिवर्तन मानव जीवन के विकास में सहायक बनता रहता है। जैसे-जैसे मानव का विकास होता गया, उसके भाव विचार ही बदलते गये एवं इसके साथ ही साथ उसकी कहानियों के रूप भी बदलते गये। कहानी पढ़ने तथा सुनने के उद्देश्य निम्न प्रकार हैं-
1. स्वस्थ मनोविनोद तथा मनोरंजन की शिक्षा देना।
2. बालकों को स्पष्ट एवं तर्कसंगत ढंग से विचार करना सिखाना।
3. उन्हें अपनी कल्पनाशक्ति के प्रयोग के अवसर प्रदान करना।
4. उनके संवेगों को प्रशिक्षित करना।
5. उनके सम्मुख व्यक्तिगत एवं सामाजिक व्यवहार के आदर्श उपस्थित करना। .
6. उनकी भाषा एवं शैली विषयक रुचि का परिष्कार करना।
7. उनके हृदयगत भावों को क्रमबद्ध, तर्कपूर्ण सुशृंखलित एवं स्पष्ट रूप से अभिव्यक्त करने के साधन प्रस्तुत करना।
8. साहित्य एवं सौन्दर्य परिचय भी कथा द्वारा सुगम ढंग से हृदयंगम कराया जा सकता है। साथ ही चराचरं सृष्टि के साथ मानव जीवन को सहानुभूति के सूत्र में बँधकर सामूहिक जीवन के किसी मार्मिक स्तर का उद्घाटन कहानी कला की चरम परिणति है।
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